अगर आप ब्लॉगिंग में नए हो तो आप ये जरूर जानना चाहोगे की पिछले कुछ सालों में SEO में क्या क्या changes आये हैं या आप बहुत पहले से Blogging करते हो तो आपको थोड़ा बहुत पता तो हो ही गया होगा कि पिछले सालों में SEO में बहुत सारे changes किये गए हैं. आज हम इस post में इन्ही के बारे में बात करने वाले हैं कि past years में SEO में क्या changes आये हैं?
Google Search ज्यादा easier बनने के लिए अपने आप में लगातार changes ला रहे हैं. Google के Algorithm को monthly या weekly update करते रहता है. जब भी इसे update किया जाता है तो इसमे कोई नया feature add होता है और यदि कोई useless and harmful feature होता है तो इसे हटा दिया जाता है. जब कोई नई feature add होती है तो search ranking पर भी affect पड़ता है. ऐसे में किसी भी ब्लॉगर के लिए SEO को अच्छे से समझना थोड़ा मुश्किल है।
एक ब्लॉगर के लिए Google कितना महत्व रखता है ये आपको अच्छे से पता होगा. So, इसके अलावा ब्लॉग में traffic लाने के लिए कोई अच्छा तरीका भी तो नही है. इसलिए हमें SEO की जानकारी के साथ साथ Google में जो changes आते रहते है, उनकी भी रखना चाहिए. ताकि हम अपने Site की search engine optimization perfectly कर पाएंगे।
किसी भी online business को सफल बनाने के लिए Search engine का सबसे बड़ा हाथ होता है. क्योकि Search engine से business site में traffic आता है और उसमे ज्यादा से ज्यादा customers जुड़ पता है. ऐसे में आपका भी online business site है तो Search engine आपके लिए देवता साबित हो सकता है।
यहाँ हम सभी Key SEO Strategies को cover करेंगे और इनके बारे अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे. इससे आपको अच्छे से से पता चल पाएगा कि, पिछले सालों से SEO में कितने changes आये हैं? SEO कितनी तेज़ी से develop हो रहा है? अभी SEO को optimize करने का perfect तरीका क्या है? पहले की SEO vs अभी की SEO!.
How SEO is changed from Past Years?
पिछले 5 से 10 सालों में SEO में बहुत सारे changes आये हैं. हम आपको नीचे इसके बारे में बताने जा रहे हैं.
1. Keyword stuffing:
पहले के समय मे, Google में किसी webpage को rank करने के लिए उसमे multiple keywords use किये जाते थे. जब कोई अपने ब्लॉग या post में एक ही जगह कई keyword use करते थे तो Google SERPs में उसका post top पर होता है. इसे बाद में keyword stuffing नाम से जानने लगे. अगर आप नही समझे तो नीचे इस picture को ध्यान से देखिए.
इस picture में आप देख सकते हो कि “Keyword Stuffing” को ही 5 बार use किया गया है. इसी को हम keyword stuffing कहते हैं. अगर हम simple word में कहें तो किसी keyword 2 या 3 बार से ज्यादा use करने पर keyword stuffing कहलाता है।
पहले के time में, Keyword stuffing के द्वारा किसी webpage को search engine के top पर लाया जाता था लेकिन अभी इसका just opposite होता है. अभी यदि आप अपने post में keyword stuffing करेंगे तो search engine में अच्छे position पर कभी भी show नही होगा।
Google अभी keyword stuffing के सख्त खिलाफ है. इसी के कारण बहुत सारे website और blogs को penalty भी दे रहा है. यदि आप post में एक ही keyword को बार बार use करते हो तो आपको में यही कहूँगा की किसी एक keyword को maximum 3 या 4 बार ही use करें. इससे ज्यादा बार करेंगे तो post की ranking के साथ ब्लॉग की ranking भी decrease होगी। इसलिए Keyword stuffing, SEO में बहुत बहुत बड़ा परिवर्तन है.
2. Backlink:
अगर हम सिर्फ 6-7 साल पहले की बात करें तो उस समय किसी भी site के लिए कुछ backlinks जरूरी होता था तभी उसे Search engine से अच्छी ranking मिल पाती थी. चाहे backlink high quality site से हो या spammy site से हो. उस समय ये matter नही रखता था कि backlink सिर्फ relevant site से ही होना चाहिए. High quality या low quality backlink, दोनों का एक ही महत्व होता था. उस समय site को search engine में rank दिलाने के लिए किसी तरह से बैकलिंक बनाना होता था।
परंतु जब Google के द्वारा Penguin Update को launch किया गया तो backlink अलग अलग type में बट गए और अलग अलग types के backlink की value भी अलग अलग हो गई. अभी के समय मे अपने ब्लॉग को search engine में top पर लाने के लिए relevant webpage से backlink होना बहुत ज्यादा जरूरी है. यह off page seo की सबसे important factor है. अभी के time में आपके site में किसी spammy site से backlink मिलती है तो search engine आपके ब्लॉग को penalty भी दे सकती है. अभी सिर्फ high quality के sites से backlink बनाना ही सही link building कहलाता है. आपको ये भी बता दुँ की किसी high quality से एक बैकलिंक लेना, 1000 low backlink के मुकाबले में होता है।
3. Page Rank:
किसी ब्लॉग या webpage को rank दिलाने में pagerank ने वर्षों से अच्छी भूमिका दिलाई है. पहले search engine pagerank बहुत ज्यादा value देते थे. अगर किसी की page rank बढ़िया होता था तो उसे search engine में अच्छी position मिल जाती थी।
अभी के समय मे pagerank की value पहले से बहुत कम है. अभी किसी site को ranking करने के लिए pagerank बहुत ज्यादा essential नही हैं. अभी pagerank में बहुत सारे changes भी किये गए हैं. अगर में simple में कहें तो ब्लॉग की pagerank पर आपको ध्यान ही नही देना है।
Nowadays, Page Authority की value ज्यादा हो गयी है. इससे ये पता चलता है कि आपका domain या website कितना powerful है. अपने ब्लॉग या website की page authority increase करना चाहते हो तो high quality backlink बनाये और high quality content डाले। ये search engine में high ranking दिलाने में help करेगा।
4. Number Of Words in Content:
Earlier time में, किसी website को search engine में higher rank दिलाने के लिए 500 – 700 से ज्यादा words use नही किया जाता था. यानी अगर हम उस समय मे किसी post में 500 से 800 words तक use करते तो हमारा post, search engine में अच्छी position पर index होने लगता।
आज से कुछ साल पहले internet पर बहुत ज्यादा sites नही थे तो इसलिए कोई different topic पर post लिखता था तो search engine में higher rank कर पाता था. लेकिन अभी के समय मे एक ही topic पर बहुत सारे posts मिल जाएंगे. इसलिए हमारा post search engine में higher rank नही ले पाता है।
After the Web panda update, किसी webpage को SERPs (Search Engine Result Page) में top पर लाने के लिए उसमें words की average number 2416 होने चाहिए. अगर हम simple में कहें तो search engine के top पर सिर्फ वही content show होगा जिसमे high quality content होंगे यानी post में कम से कम 2416 words होने चाहिए।
5. Mobile SERP and Desktop SERP:
पहले Mobile और Desktop दोनों के लिए एक ही Search Results Page का use use किया जाता था. जब आप पहले Mobile से google में जो search करते थे तो desktop से search करने पर same content show होता था।
परंतु अभी ऐसा नही है. जब आप mobile से Google में कुछ search करेंगे तो उसमे अलग तरह के content show होंगे और फिर उसी को desktop से search करेंगे तो अलग तरह के content show होंगे. यानी यदि कोई site mobile friendly होता है तो mobile से search करने पर अच्छे position पर show होता है और जो webpage mobile friendly नही होते हैं उसे mobile से search किये जाने पर show नही करता है।
6. Local SEO:
इससे पहले, Local SEO को बहुत ज्यादा important माना जाता था. अभी भी local seo की value है. Google 2006 से local SEO में लगातार changes लाते रहते हैं. अभी local SEO, search engine का एक बहुत बड़ा part बन चुका है. Google ने 2014 में Pigeon update किया था जो बहुत local SEO में बहुत बड़ा changes लाये हैं. पहले लोग local seo पर ध्यान नही देते थे लेकिन अभी यह बहुत important होता है।
Local SEO, SEO का एक बहुत बड़ा और important part है और इसे करने की जरूरी है. यह mobile device के लिए भी बहुत ज़रूरी है. अगर आपका business website है तो Local SEO आपके लिए एप्ने business को सफल बनाने का कारण बन सकता है. I mean, Local SEO से आपकी नज़दीकी customers बढ़ेंगे।
7. Changing up SERP:
यदि आप Google को बहुत दिनों से use कर रहे हो तो आपको ये खुद नज़र आ रहा होगा कि Google अपने Search Engine Result Page में बहुत बड़ी changes की है. इसमे लगातार changes भी होते रहते हैं. अगर आप Google को बहुत दिनों से नही जानते हो तो इस picture को ध्यान से देखिए।
2006 में Google SERPs का यह screenshot है. यानी Google 2006 में कुछ इसी तरह का था. लेकिन अभी जैसा है वो आप आप live देख ही रहे होंगे. यह Google द्वारा search engine और SEO में बहुत बड़ी changing थी।
8. Google’s Knowledge Graph:
हम सभी Google के knowledge graph के बारे में जानते ही हैं. जब Google में कुछ search करते थे तो यहाँ इसके बारे में direct लिखा जाता था. यानी google knowledge का use लोगों को किसी चीज के बारे में clear और fresh जानकारी देने के लिए किया जाता था। Google ने knowledge graph को कुछ समय पहले ही search engine से हटाया था और इसके स्थान पर RankBrain को add किया गया है. हमने Google RankBrain के बारे में पहले ही बता दिया है, आप इसे पढ़ सकते हो। “Google RankBrain Kya Hai? [All Information]”
में आपको नीचे Google knowledge graph का एक screenshot दिखाना चाहता हूँ. पहले Google इसके द्वारा ही direct information देते थे।
Nowadays, Google अभी knowledge graph के स्थान पर एक नया और बहुत अच्छा feature update किया है. जिसका नाम Google Rank Brain है. इसे 2015 में ही google में add किया गया है और अभी इसका use बहुत ज्यादा हो रहा है. जब Google में किसी चीज के बारे में search करते हो तो sometime direct information show होता है, जिसे Google Featured Snippet Results कहा जाता है।
Conclusion,
Earlier time ने SEO कुछ और ही था लेकिन अभी SEO में बहुत सारे changes किये गए हैं. इसके अलावा भी कुछ changes हुए हैं. Google ने SERPs में width और height में changes किये हैं. आपको पता होगा कि पहले लोग mostly computer से ही Internet use करते थे. 2014 में लोग PC से ज्यादा mobile से internet use करने लगे और उसी time से mobile से internet using की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. इसलिए अभी google mobile की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहा है. अपने वाले feature में और भी बहुत सारे SEO changes होंगे ताकि Google के users को कोई परेशानी न हो।
उम्मीद करते हैं, आपको यह post पसंद आई होगी तो अपना 1 मिनट का कीमती समय देकर इसे share जरूर करें।
bHai very nice post
1.Aap ad ke liye kaunsa plugin use karte hai.
2.Jo aapke blog ke niche post ke niche nahi screen par jo share to fiends wala kis plugin se hai
Thanks brother..
1. Ad Injection
2. Ye mera custom design kiya huwa hai without plugin.
Year arshad noor mere a adsense to approve ho gaya but uske some option use nahi kar pa ra hu jaise. Add a site,payment,ads,etc. Help me please
Agar aap youtube se adsense approve kiye ho ye option work nahi karega. If no then wait some time.