आदत हमें कुछ से कुछ बना देती है और यही आदत हमें कहाँ से कहाँ लेकर खरा कर देती है. हर इंसान के पास कुछ अच्छे और कुछ बुरे आदत होते हैं। इस post में हम बात करने वाले हैं कुछ ऐसे आदतों के बारे में जिससे आप किसी काम में सफल नही हो पाते हो. यदि आप इन आदतों से दूर रहेंगे तो आपको किसी भी काम मे आसानी से सफलता मिल पाएगी।
अगर आप सचमुच एक सफल इंसान बनना चाहते है और अपने सभी अरमान को पूरा करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी आदत को सुधारना होगा. अपनी life को बेहतर बनाने के लिए अपने आदत बदलना जरूरी है. कुछ आदत हमारे बचपन से ही होते हैं और उस आदत के कारण कभी कभी हमें दूसरों की दो बातें भी सुननी पड़ती है।
जो आदत हमारे बचपन से ही लगी होती है तो उसे बदलना बहुत मुश्किल हो जाता है. Normally, देखा जाए तो बहुत से लोग अपने गलत आदत को सुधारने की कोशिश भी नही करते हैं और उसी के कारण वह बार बार ठोकर भी खाता रहता है. मुझे भी ये पता है कि गलत आदतों से पीछा छुड़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप इन्ही आदतों को अभी से सुधार लेंगे को आगे आपको बहुत काम देगी।
क्या आपने किसी दूसरे की मुँह से ये कहते हुए सुना है कि “उसकी यही आदत मिझे अच्छी नही लगती है, उसे दूसरों की असुविधा का ज़रा भी ख्याल नही होता है”. यह बहुत comnon वाक्य है जो बहुत से लोग किसी व्यक्ति के बुरे व्यवहार पर कहते हैं। हमें अपने आस पास अक्सर ये जुमले सुनाई देते हैं लेकिन हम इसे नज़र अंदाज़ कर देते हैं, जो बिल्कुल गलत है। क्या पता कल कोई हम पर भी ऐसे जुमले बोल दे, इसीलिए हमें अपने आदतों को बेहतर बना लेना चाहिए।
अगर जिंदगी में इज़्ज़त और सफलता पाना है तो इन 7 आदतों से दूर रहें।
वक़्त का पाबंद न होना
यह सबसे ज्यादा common habit है जो बहुत ही बुरी आदत है. कुछ लोग तो बचपन से ही थोड़ा आलसी होते हैं और वो time को time नही समझता है. आज आप free हो तो आपको ये लग रहा है कि time कुछ नही है. कल होकर जब आप कोई जॉब करोगे और आपको घर manage करना होगा तब आपको time की अहमियत पता चलेगा।
हमे समय का पाबंद होना बहुत जरूरी है. कुछ लोग हर काम देर से ही करते हैं यानी इसका कोई fix time नही होता है. अपनी इस आदत के कारण वो सिर्फ अपनी ही नही दूसरों का भी समय बर्बाद कर देते हैं. हमारे life की हर second कीमती होती है लेकिन हम उसकी कीमत को नही देखते हैं और उसे waste करते हैं. अक्सर ऐसे ही लोग कभी सफल नही हो पाते हैं और ऐसे लोगों से हर कोई दूरी बनाना चाहता है. अगर आपका भी यही आदत है तो इसे जितनी जल्दी हो सके सही करने की कोशिश करें।
ताकझांक की आदत
आपको ये पता होगा कि बहुत सारे लोग जो आपके कार्रब होते हैं वो आपको अपनी हर बात बताते हैं. ऐसे आपको कुछ ही लोग मिलेंगे जो आपको अपना personal बातें बताएंगे. ज्यादा तर लोगों के स्वभाव ऐसे होते हैं कि वो अपनी personal बातें किसी दूसरों के सामने share नही करना चाहते हैं।
मेने कुछ लोगों की इस आदत को देख है कि थोड़ा बहुत दोस्ती हुई वो फिर personal सवाल करना शुरू कर देते हैं. जिनको भी ऐसी आदत है तो में उन्हें ये बताना चाहता हूं कि यह बहुत घटिया आदत है. लगभग 70% आदमी अपनी personal जानकारी किसी के पास share नही करते हैं और यदि आप उनसे कोई personal बात कही तो गुस्सा करेंगे. इसीलिए में कहना चाहता हूँ कि अपनी ताकझांक की आदत को सही करने की कोशिश करें।
बिना मांगे सलाह देना।
आपको सबसे पहले में ये बात देता हूँ कि किसी को बिना मांगे सलाह देना मूर्खता कहलाता है! आज कल के समय मे आपको ये भी पता ही है कि सच कर्वी होती है. अगर आप किसी उसके सामने सच बात कहोगे तो उसे बुरा लग जायेगा, चाहे अपने उसे कितना भी अच्छा बात क्यो न कह हो।
में जनता हूँ कि आपके पास बहुत knowledge है लेकिन आप उनका उपयोग तभी करो जब उसे करने का सही समय आये. जब कोई आपसे कहे तभी आप उसे कोई सलाह दिया करें. अगर आप किसी को बिना मांगे अच्छी सलाह भी दोगे तो बुरा मान जाएगा. अच्छी सलाह हमेशा कठिन होता ही है और आप किसी को बिना बताए कठिन काम बताओगे तो बुरा मानेगा ही।
व्यंग्यात्मक लहज़ा
यह सच है कि हसी मज़ाक से रिश्तों में गर्मजोशी बनी रहती है लेकिन लोगों का आदत ऐसा होता है कि वो मज़ाक मज़ाक में serious हो जाते हैं. यह आदत बहुत बुरी है और इसी habit के कारण उनसे ज्यादा तर लोग दूरी बनाए रखते हैं।
जब अपने दोस्तों या किसी के साथ मस्ती मज़ाक करते हो तो सिर्फ मस्ती वाली बातें ही बोलो. उस समय कोई ऐसा शब्द नही निकालें, जिससे कि लोग serious हो जाएँ. अगर आपके मन मे कोई दूसरा बात आये तो उस समय उसे दबा लीजिए और जब हर कोई शांत हो तो ही उस बात को कहें. यह भी बहुत से लोगों का आदत होता है कि वो मज़ाक मज़ाक में बहुत कुछ कह जाते है लेकिन यह कोई अच्छी आदत नही है. इसीलिए इससे दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।
अपनी तारीफ करना
लड़कों में अक्सर यह आदत देखने को मिलती है की वो अपनी तारीफ खुद से करता है. ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो जब किसी से मिलते हैं तो सिर्फ अपनी और अपनी परिवार की ही तारीफ किये जा रहा है. शुरुआत में तो लोग इसे सह लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद इसकी आदत से चिढ़ने लगते हैं।
मेरे भी ऐसे कई दोस्त हैं जो अपनी तारीफ खुद करते रहता है और जहाँ तक मेरा अंदाजा है वो 60% झूट ही बोलते हैं. ऐसे लोग झूट भी बहुत ज्यादा बोलते हैं. इसको पता नही होता है लेकिन इसकी यही आदत से लोग बहुत चिढ़ते हैं और धीरे धीरे इससे पीछा छुड़ाने की कोशिश करते है. इसीलिए अगर किसी के पास ऐसी कोई आदत है तो उससे पीछा छुड़ाने की कोशिश करें।
ब्लेम करना
चाहे परिवार हो, ऑफिस हो या कोई दूसरी जगह कुछ लोग हर जगह अच्छे कामों का credit खुद लेना चाहते हैं और मामूली सी चूक होने पर भी सारा दोष दूसरों पर डाल देता है. ऐसे लोग अपने आप को over smart समझते हैं लेकिन दूसरों के सामने में सबसे बड़ा गधा यही होता है।
बहुत दिन पहले की बात है जब में 7th में पढ़ता था तो मेरे class में एक लड़का ऐसे ही habit का था. जब sir class में आते तो शिष्ट बच्चा बन कर रहता था और जब sir नही रहते हो बहुत शरारत करता था. कोई थोड़ा भी गलती करता था तो उसकी complain कर देता और sir के नज़र में अच्छा बच्चा बन जाता था. इससे पूरा class ही परेशान था और सभी कोई मिल कर इसे सुधार ही दिया।
अगर आपसे कोई गलती हुई है तो उसे स्वीकार करना ही बेहतर होगा. अगर आपने उसे स्वीकार नही किया और दूसरों पर दोष दे देंगे तो इससे आपकी ही image खराब होगी. इसलिए अपनी image को बेहतर बनाने के लिए इस आदत से पीछा छुड़ाये।
निंदा करना
कुछ लोगों की यह आदत सबसे बुरी आदत होती है कि वो पीठ पीछे दूसरों की खूब बुराई करती है और जब किसी तीसरे से उसको ये बात मालूम चलती है तो उन्हें बहुत दुःख होता है. जिससे उनके रिश्तों में भी खराबी आने लगती है. इस आदत के कारण बना हुआ काम भी बिगड़ जाता है. इसीलिए दूसरों की बुराई करने से पहले एक बार यह जरूर सोच लीजिए कि जब उसे इसके बारे में पता चलेगा तो क्या असर पड़ेगा।
तो ये थे वो सभी आदतें जिससे पीछा छुड़ा कर आप इज़्ज़त पा सकते हो. में उम्मीद करता हूँ की आप इन सभी से दूरी बनाओगे और आने वाले समय मे अपनी इज़्ज़त को बढ़ाओगे। पोस्ट अच्छा लगे तो इसे share जरूर करें।