BloggingHindi - Blogging Aur Internet Ki Sabhi Jankari

  • About Us
  • Contact Us
  • Blogging
  • WordPress
  • SEO

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध – Essay on Urban Life Vs Rural Life in Hindi

Last Updated on April 11, 2022 by Md Arshad Noor Leave a Comment

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 1 (100 शब्द)

भारत गांवों का देश कहलता है। देश की आबादी का सड़सठ प्रतिशत अभी भी गांवों में रहती है। जो लोग गांवों में रहते हैं उनके लिए शहरी क्षेत्र का जीवन कठिनाइयों से भरा है। उन्हें शहरों में बड़े पैमाने पर वाहनों से होने वाला प्रदूषण, लगातार होता हुआ शोर, भीड़ और धुआं असहज महसूस कराता है।

लेकिन शहरों में रहने वाले लोगों को उनके जीवन की व्यस्त गति से प्यार है। वे धन, शक्ति और अच्छी सामाजिक स्थिति प्राप्त करने के अपने सपनों का पीछा करना प्रिय है। प्रत्येक दिन जीवित रहने के लिए जीवन की भागदौड़ में उन्हें नई-नई समस्याओं और जटिलताओं से जूझना पड़ता है।

निश्चित रूप से गांवों और शहरों में रहने वाले लोगों की जीवन शैली में एक बड़ा अंतर है। दोनो ही जीवनशैलियों में एक दूसरे के अच्छे पहलुओं को शामिल करके संतुलन स्थापित किए जाने की आवश्यकता है।

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 2 (150 शब्द)

आगे बढ़ने के लिए सुविधाओं और अवसरों की उपलब्धता ग्रामीण जीवन की अपेक्षा शहरी जीवन में अधिक होती है। लेकिन शहरों में प्रदूषण, शोर, पर्याप्त पानी की अनुपलब्धता है और साथ ही वहां ट्रैफिक जाम, भीड़भाड़ और अपराध भी एक गंभीर समस्या है। इसी तरह, हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाओं की कमी है, लेकिन स्वच्छ हवा और शांति वहाँ रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

गांवों भारतीय संस्कृति और विरासत का दर्पण है। वहां भारत की सदियों पुरानी परंपराएं आज भी जीवित हैं। आप गांवों में आज भी धूप, हरियाली और शांति का आनंद प्राप्त कर सकते हैं और यहां के लोग बहुत ही गर्मजोशी से मिलते हैं और उनका व्यवहार भी दोस्ताना होता है।

वहीं दूसरी तरफ शहरी जीवन कठिन चुनौतियों से भरा होता है। ज्यादातर, शहरों में रहने वाले लोगों के पास नवीनतम एवं अत्याधुनिक सुख- सुविधाओं के साधन उपलब्ध होते हैं लेकिन वे हमेशा किसी ना किसी कार्य में व्यस्त रहते हैं और अफसोस की बात है कि वे अपने पड़ोसियों, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। इस प्रकार, ग्रामीण एवं शहरी दोनो ही क्षेत्रों के जीवन की अपनी अलग-अलग विशेषताएं एवं कमियां हैं।

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 3 (200 शब्द)

भारत मोटे तौर पर एक कृषि आधारित देश है। किसान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। वे अपने खेतों में अनाज और सब्जियां उगाने के लिए कड़ा परिश्रम करते हैं। वे फसलों की सिंचाई के लिए तालाबों और नहरों में पानी के संरक्षण करते हैं। किसानों का शहरों की भागदौड़ एवं हलचलों से दूर एवं प्रकृति के करीब होता है। वहां यदि भूमि और जाति के पूर्वाग्रहों एवं प्रचलित वर्ज्य एवं अंधविश्वासों पर होने वाले संघर्षों को अगर छोड़ दे तो हर जगह शांति और सौहार्द होता है।

दूसरी ओर, शहरों में लोग हमेशा समय को पकड़ने के लिए दौड़ते रहते हैं। वहाँ हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने का जबरदस्त तनाव बना रहता है और व्यस्त शहरी जीवन की वजह से स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानियां भी हो जाती हैं। शहरी निवासियों को अपने मित्रों, पड़ोसियों, रिश्तेदारों, या यहां तक कि अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए भी काफी कम समय होता है। जैसे-जैसे शहरों में रहने वाले लोगों की आवश्यकताएं एवं उनकी लागत बढ़ती जा रही हैं पैसे के पीछे भागने की प्रवृत्ति भी शहरों में लगातार बढ़ती जा रही है और यह उनके जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। धन जमा कर लेने के बावजूद शांति अभी भी शहरी निवासियों से कोसों दूर है।

लेकिन गांवों में भी जीवन की अपनी समस्याएं हैं। वहाँ अक्सर भूमि के मालिकाना हक एवं जाति से संबंधित झड़पें होती रहती हैं। कई गांवों में भी शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, परिवहन और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। हालांकि आप चाहे गांव में रहे या शहर में आपको अपने जीवन में सही संतुलन और उद्देश्य बहाल करने की जरूरत है।

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 4 (250 शब्द)

ग्रामीण जीवन शहरों की अपेक्षा काफी शांतिपूर्ण है और यहां लोग एक व्यस्त जीवन नहीं जीते। वे सुबह जल्दी उठ जाते हैं और रात को भी समय पर सो जाते हैं। यहां की हवा भी प्रदूषित नहीं है और वहीं दूसरी तरफ शहरों में काफी प्रदूषण और भीड़ है। ग्रामीणों का जीवन भी साधारण होता है वहीं शहरी जीवन व्यस्तता एवं भारी तनाव से भरा हुआ होता है।

लेकिन गांवों में ज्यादातर आधारभूत सुविधाओं जैसे बिजली, स्कूलों, नर्सिंग होम एवं कारखानें जहां लोगों को रोजगार मिलता है आदि की कमी होती है। गांवों में स्वयं के परिवहन के साधन की व्यवस्था की अनुपलब्धता की अनुपलब्धता की स्थिति में ग्रामीणों को कई मील तक पैदल चलने की गांवों में केवल मौसमी रोजगार उपलब्ध होते हैं एवं ज्यादातर लोगों को वहां लाभप्रद रोजगार उपलब्ध नहीं हैं। इन सभी कारकों की वजह से अचछी शिक्षा, रोजगार और जीवन की सुख-सुविधाओं की तलाश में ग्रामीण लोग बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों की ओर पलायन कर रहे हैं।

लेकिन शहरों में जीवन का अपना एक अलग नकारात्मक पहलू है – यह दबाव, तनाव और चिंता से भरा पड़ा है। यहाँ के लोगों के पास आराम और सुविधाओं की कई सामग्रियां होती हैं लेकिन उन्हें मानसिक शांति नसीब नहीं होती है। वे निजी और पेशेवर जीवन से संबंधित कार्यों में इतना व्यस्त होते हैं कि वे कभी कभी वे भी अपने पड़ोसी तक को नहीं जानते। लगातार प्रदर्शन के दबाव की वहज से उनेक स्वास्थ्य पर भी भारी प्रभाव पड़ता है और वे कम उम्र में ही जीवन शैली से संबंधित विभिन्न रोगों ग्रस्त हो जाते हैं। उनमें से कुछ की तो रातों की नींद भी हराम हो जाती है और उनका मानसिक संतुलन भी बिगड़ जाता है। इस तरह से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जीवन में जमीन आसमान का अंतर है लेकिन फिर भी ये दोनों ही भारत के विकास के अभिन्न अंग हैं।

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 5 (300 शब्द)

भारत की आधे से अधिक आबादी गांवों में रहती है। गांधी जी ने कहा था कि ‘असली भारत गांवों में बसता है’। ग्राम्य सादगी और प्राकृतिक सौंदर्य भारतीय संस्कृति और विरासत की द्योतक हैं।

गांवों में ज्यादातर लोगों की जिंदगी कृषि पर निर्भर करती है। कुछ लोग पशुपालन और कृषि आधारित कुटीर उद्योगों द्वारा भी जीविकोपार्जन करते हैं। ज्यादातर ग्रामीण किसान होते हैं। वे मेहनती नम्र एवं उदार होते हैं। किसान जब सुबह-सुबह उगते हुए सूरज के साथ अपने खेतों में हल चलाते हैं तो पक्षियों की चहचहाहट बैलों के चलने की आवाज के साथ जुड़कर कड़ी मेहनत का एक राग जैसा गुनगुनाता हुआ महसूस होता है। किसान अपने शहरी समकक्षों जो शहरों में भौतिकवाद की गलाकाट प्रतियोगिता की वजह से अपनी अच्छाई खो बेठते हैं कि तुलना में स्वभाव से निर्दोष प्रतीत होते हैं।

भारत में शहरी जीवन व्यापक असमानता से भरा पड़ा है। वहाँ के निवासियों के पास आनंद के असीमित साधन है, लेकिन कुछ लोग तो इतने गरीब होते हैं कि वे मलिन बस्तियों में रहने को मजबूर होते हैं। आर्थिक असमानता, प्रदूषण और कचरे के ढ़ेर शहरी अस्तित्व के अभिषाप हैं। लोगों को शहरों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति की कमी का भी सामना करना पड़ता है। फिर भी लोग शहरों में रहते हैं, क्योंकि वहां उन्हें अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, आराम एवं मनोरंजन के अनेक साधन उपलब्ध होते हैं। लाभप्रद रोजगार के अच्छे अवसर भी लोगों को गांवों की अपेक्षा शहरों में ज्यादा मिलते हैं।

शहरी जीवन कई मायनों में एक वरदान है, लेकिन दूसरी ओर यह एक अभिशाप भी है। हर साल शहरों की आबादी कई गुना बढ़ रहा है और शहरों के बुनियादी ढांचे पर भी दबाव बढ़ रहा है और कई बार वहां लोग अंधाधुंध दौड़ में भागते हुए अमानवीय जीवन जीने को मजबूर हो जाते हैं।

इस प्रकार, गांवों और शहरों का जीवन दो परस्पर विरोधी चित्रों को प्रस्तुत करता है। दोनों ही के अपने-अपने सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलू हैं और यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि वह ग्रामीण या शहरी किसी भी जीवन के माहौल में रहते हुए नकारात्मक पहलुओं की परवाह किए बगैर उपलब्ध अवसरों का अधिक से अधिक लाभ कैसे उठाए।

शहरी जीवन बनाम ग्रामीण जीवन पर निबंध 6 (400 शब्द)

ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में जीवन के अपने-अपने सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलू हैं। दोनो ही क्षेत्रों के जीवन एक दूसरे से काफी अलग है। परंपरागत तौर पर, भारत मुख्य रूप से एक ग्रामीण देश है जैसा कि महात्मा गांधी ने भी कहा था ‘असली भारत गांवों में बसता है।

गांवों में त्योहारों एवं मेलों की भरमार होती है। यहां त्योहारों को परंपरागत तरीके से भाईचारे की भावना के साथ मनाया जाता है। होली, बैसाखी, पोंगल, ओणम, दशहरा, दीवाली या ईद कोई भी त्योहार हो लोक संगीत की धुनों पर पूरा गांव एक साथ नाचता है। गांव में सभी लोग बिरादरी के बंधन में बंधकर रहते हैं। वे जीवन की परिस्थितियों चाहे वो कोई दुःख हो या खुशी आपस में एक दूसरे के साथ बांटते हैं। हालांकि, उनकी जीवन शैली शहरी लोगों की तुलना में ज्यादा विकसित नहीं होती है फिर भी ग्रामीण लोग गर्मजोशी से भरे हुए एवं अधिक सौहार्दपूर्ण होते हैं। वे एक दूसरे का ख्याल भी ज्यादा रखते हैं और पूरे गांव में सभी लोग एक दूसरे को पहचानते भी हैं। वे महानगरीय शहरों की तरह अलगाव की स्थिति में नहीं रहते हैं।

भारत में गांवों की प्राकृतिक सुंदरता भी देखते ही बनती है। हरे भरे खेतों के चारों तरफ फूलों का आच्छादन और एवं दूर-दूर तक फैली हूई मादक खुशबू। गांव में खेतों, खलिहानों तथा घरों के चारों तरफ पक्षियों का खुशी से चहचहाना। सादगी ही ग्रामीण जीवन की पहचान है।

दुर्भाग्य से, नौकरियों की खोज तथा आराम एवं सुख- सुविधाओं की सामग्रियों की चकाचौंध की वजह से लोग ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों की तरफ बड़े पैमाने पर पलायन कर रहे हैं। हालांकि, अब देश में गांव भी जीवन स्तर के मामले में आगे बढ़ रहे हैं और शहरीकरण तेज गति से हो रहा है। बिजली, पानी, कंक्रीट की सड़कों, टेलीफोन, मोबाइल फोन, कंप्यूटर, शिक्षा और चिकित्सा देखभाल की सुविधाएं अब ग्रामीण भारत के कई हिस्सों में सुलभता से पहुंच रही हैं। किसान भी अब आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कर रहे हैं, और बैलों के स्थान पर वे ट्रैक्टरों से खेत जोत रहे हैं।

लेकिन ग्रामीण जीवन में परेशानियां भी बहुत हैं। वहाँ अक्सर भूमि से संबंधित विवाद होते रहते हैं और कई बार एक ही गोत्र में प्रेम विवाह की वजह से भी रक्तपात एवं हिंसा की घटनाएं हो जाती हैं। ग्राम पंचायतें विभिन्न विवादों पर विचार-विमर्श करते हुए बहुत कठोर और निर्मम निर्णय सुना देते हैं जिनसे लोगों का जीवन दुख और दर्द से भरी हुई एक कहानी बन के रह जाता है।

गांव के लोग ने शहरी बाजारों में अपने कृषि की उपज जैसे अनाज, फल और सब्जियों की बिक्री पर निर्भर रहते हैं और साथ ही शहरी लोग ग्रामीण क्षेत्रों से की जा रही जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के बिना जीवित नहीं रह सकते हैं। गांवों से लोग रोजाना आधुनिक जीवन की नवीनतम सुख-सुविधाओं की आवश्यक वस्तुओं को खरीदनें, फिल्म देखने, आनंद मनाने एवं शहरी प्रतिष्ठानों में नौकरी करने के लिए सफर करके शहर आते हैं। वास्तव में भारत का समग्र विकास गांवों और शहरों के सामंजस्यपूर्ण विकास के बिना असंभव है। ये दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं।

You May Also Like

  • बैसाखी पर निबंध – Essay on Baisakhi (Class 1 to 12th)

  • ‘धर्म एकता का माध्यम है’ पर निबंध – Essay on ‘Religion is the medium of unity’

  • हिंदी दिवस पर निबंध – Essay on Hindi Day

  • पैसे से ख़ुशी नहीं खरीदी जा सकती पर निबंध – Essay on Money Cannot Buy Happiness

About Md Arshad Noor

हेलो दोस्तों, मेरा नाम मोहम्मद अरशद नूर है. में इस ब्लॉग में रेगुलर नई नई आर्टिकल्स लिखता हूँ. यहाँ पर हम ज्यादातर Blogging, Make Money, SEO, WordPress आदि से सम्बंधित Article मिलेगी. आपको हमारी लेख पसंद आती है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर करें। अगर आपको कोई सहायता चाहिए तो कमेंट कीजिए।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Please do not spam! otherwise your comment will be removed.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Useful Articles

Google Keyword Ranking Check karne ke liye 5 Best Website

Website Ko User Friendly Banane Ke Liye 5 Secrets

PHP Version Ko Upgrade Karke Site Speed Ko 20% Increase Kare

WordPress Toolbar/Adminbar Ko Hide Aur Customize Kaise Kare

Adsense Account Kaise Banaye [Step By Step]

Blogging Ke 10 Important Myths ke Bare Me Apko Pata Hona Chahiye

Hostlelo Review – A Great Solution for New Bloggers

QR Code Kya Hai? QR Code Kaise Banaye aur Scan Kaise Kare

Blog Me Live Cricket Score Widget Kaise Add Kare

7 Karn WordPress Me Jyada Plugin Use Nahi Karni Chahiye

Directory Browsing Kya Hota Hai-Isko Disable Karne Ke 2 Tarike

Twitter Account Ko Secure Kaise Rakhe

Blog ko Delete kaise kare aur Delete kiya hua blog wapas kaise laye

About Us

mdarshadnoorहेल्लो दोस्तों, मेरा नाम मोहम्मद अरशद नूर है. में अररिया, बिहार का रहने वाला हूँ. मुझे नयी चीजें सीखना-सिखाना बहुत पसंद है. में पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग के फील्ड में हूँ. इस ब्लॉग में आपको ब्लॉगिंग और इन्टरनेट से सम्बन्धित जानकारी मिलेगी.

SUBSCRIBE OUR NEWSLATTER

हमारे नवीनतम पोस्ट की सूचना एवं उपयोगी सामग्री प्राप्त करने के लिए हमसे जुड़ें

Posts for WP Users:

WordPress Me HTTP Request Ki Number Kam Karke Fast Banaye

WordPress Blog Ke Database Ka Manually Backup Lene Ke 2 Tarike

Website Me AdBlocker Disable Massage Kaise Setup Kare

7 Karn WordPress Me Jyada Plugin Use Nahi Karni Chahiye

WordPress Comment Subscription Option Enable Karne Ke 2 Tarike [Methods]

More Posts from this Category

DMCA.com Protection Status

Recommended For You

Post me High Quality Keywords Kaha aur Kaise Use kare

WordPress Security Ke Liye Site Me Two Step Authentication Ko Enable Kaise Kare

Black Hat SEO vs White Hat SEO Me Kya Difference hai? Puri jankari

WordPress Blog Ka Domain Address Kaise Change Kare -2 Methods [Full Guide]

Website Ki Responsiveness Check Karne Ke Liye 5 Online Responsibility Checker Tools

Spam Mail Sender Se Unsubscribe Karke Spam Mail Se Kaise Bache

Copyright © 2021 - All rights reserved. AboutContactSitemapDisclaimer