Cyber Crime क्या? इससे कैसे बचे? इसका शिकार होने पर क्या करें?

Cyber Crime Kya Hai? Kaha Se Kiya Jata Hai? Cybercrime Kaise Roke? इस तरह की बहुत सारे सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने वाला है. इस पोस्ट को ध्यान से अंत तक पढ़िए, यहाँ हमने आपको cybercrime के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश किया है.

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आये दिन आपको लगातार ऐसी खबरे सुनने या देखने को मिलता होगा जिसमे cybercrime के बारे में बताया है. आज के समय में साइबरक्राइम एक बहुत आम शब्द हो गया है. क्युकी हमें social media या फिर news के through इसके बारे में खबरे मिलती रहती है.

आज के समय में internet का जाल पूरी दुनियां में फ़ैल चूका है. पूरी दुनियां में internet का उपयोग बहुत बड़े पैमाने में हो रहा है. इन्टरनेट का इस्तेमाल लोग सिर्फ entertainment के लिए ही नहीं करते हैं, बल्कि आज के समय में लगभग सभी बड़े बड़े बिउसिनेस ऑनलाइन हो रहा है.

इन्टरनेट के इस दौर में अभी पहले के मुकाबले बहुत सारे काम आसान हो गये हैं. लोग इसका इस्तेमाल करके न सिर्फ अपने समय को save कर पाता है बल्कि इससे अपनी energy को भी save कर पाटा है. आज कल कोई भी काम करने के लिए हमें ऑफिस के चक्कर नही काटने पड़ते हैं. हम अपनी बिजली बिल, गैस बिल और शौपिंग भी घर बैठे बैठे online कर सकते हैं.

इन्टरनेट का अविष्कार आज से सालों पहले हुआ था लेकिन उस समय internet के संस्थापक को शायद ही पता होगा की आगे चल कर internet न सिर्फ लोगों को फायदा पहुंचाएगा बल्कि इससे लोगों को नुकसान भी उठाना पर सकता है. जी हाँ, शायद आपने कहीं सुना होगा की internet कोई safe place नही है.

हमलोग internet पर अपनी प्राइवेट जानकारी को बिना कुछ सोचे समझे public कर देते हैं लेकिन हमारी डाटा का इस्तेमाल करके कुछ लोग लाखों कमा लेते हैं. इन्टरनेट पर बहुत सारे साइबर क्रिमिनल होते हैं. ये आपको मारने के लिए आपके घर तक नही आते हैं बल्कि ये कहीं दुनियां के एक कोने में बैठ कर आपका सारा कुछ लूट सकता है.

अगर आपको साइबर क्राइम के बारे में पता नही है तो इस पोस्ट को last तक जरुर पढ़िए. हम इस पोस्ट में आपको इसके बारे में सभी जानकारी बताने वालें. इसके अलावे हम आपको इससे बचने के लिए कुछ टिप्स भी बताने वाले हैं. तो ज्यादा समय नही लेते हुए चलिए इसके बारे में जानते हैं.

साइबर क्राइम क्या है? (What is Cyber Crime in Hindi?)

Cyber Crime/साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है, जिसे एक computer और network के माध्यम से किया जाता है. अगर हम सरल शब्दों में कहें तो computer और internet की मदद से जो अपराध किये जाते हैं वो ही साइबर अपराध कहलाते हैं.

इसको करने के लिए hacking, phising, spamming का इस्तेमाल हथियार के रूप में किया जाता है. मतलब hacking, phising, और spamming की मदद से किसी दुसरे व्यक्ति या संस्था का डाटा चुरुना या उनके बिना इजाजत की copy करना और उन्हें बेचना साइबर अपराध के श्रेणी में ही आता है.

साइबर अपराध आपको सरफेस वेब में बहुत कम देखने को मिलता है, सबसे अधिक साइबर अपराध डार्क web में होता है. जहाँ पर बहुत सारे अवैध और अपराधिक काम किये जाते हैं. जो लोग ये करते हैं उन्हें साइबर क्रिमिनल कहा जाता है.

साइबर क्राइम में बहुत सारे चीजें शामिल है जैसे किसी की निजी जानकारी चुराना, identity चुराना, online froud, hate crime, child pornography, आदि शामिल है. इसके बारे में हम विस्तार से निचे बात करेंगे. इसे करने के लिए अपराधी जरुरी नही है की अपराधी आपके आस पास ही हो, ये कोई दुसरे देश से भी आपको target कर सकता है.

ये सब काम ज्यादातर black hat करते हैं. cybercrime सिर्फ ऑनलाइन ही नही हो सकता है बल्कि ये offline भी हो सकता है. अगर कोई आपके कंप्यूटर से चुपके से आपका personal डाटा चोरी करता है तो ये भी साइबर क्राइम के श्रेणी में आयेगा.

साइबर क्राइम के उदाहरण

  1. कंप्यूटर नेटवर्क में हेरफेर करके धोखाधड़ी करना.
  2. चुपके से डाटा या फिर application का unauthorized permission ले लेना.
  3. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की चोरी, जिसमे software की piracy भी शामिल है.
  4. कंप्यूटर वायरस या फिर malware को बनाना या फिर फैलाना
  5. डिजिटल रूप से बाल पोर्नोग्राफी को वितरित करना है.
  6. Financing क्षेत्र जैसे banking या फिर online payment में धोखाधड़ी करना.
  7. आदि

साइबर हमले के प्रकार

साइबर हमले किन रूपों में किया जाता है, इसके बारे में हम विस्तृत रूप से जानने वाले हैं.

  1. Hacking: किसी computer system या फिर network में unauthorized aceess करके किया जाता है.
  2. Denial of Service Attack: इसमें साइबर क्रिमिनल विक्टिम के network के bandwidth पर हमला करता है या उसके mail box को spammy mail से भर देता है. जिससे उनका network या server काम नही करता है.
  3. Software piracy: किसी भी genuine program को copy करके उसे चुराना भी एक प्रकार का साइबर हमला ही है.
  4. Phising: इसके बारे में बहुत से लोग पहले से जानते होंगे. ये मछली पकरने वाला fishing नही है. बल्कि इसमें किसी व्यक्ति को जाल में फसाया जाता है. किसी भी popular website के जैसा डुप्लीकेट webpage बनाकर किसी user से उसके personal इनफार्मेशन को चुराया जाता है. इसी को phising कहते हैं.
  5. Child Pornography/Abuse: इस प्रकार के क्राइम में क्रिमिनल्स ज्यादातर chat रूम्स का इस्तेमाल करते हैं और खुद की identity को छुपा कर रखते हैं. छोटे बच्चो को या मिनोर्स को इतनी समझ नही होती है, जिसके चलते वो इन बच्चो को abuse करते हैं, उन्हें डराते धमकाते है, उनसे गलत काम करवाते हैं. ऐसे धमकी से डरकर बच्चे अपने बड़ों से कुछ कह नही पाते हैं और उनका शिकार बन जाते हैं.

साइबर क्राइम से बचने के उपाय:

Use Full-Service Internet Security Suite

कुछ लोगों को पता होगा की अभी windows में पहले से firewall और basic anti-virus add किया होता है. यदि आप इन्टरनेट से के कुछ चुनिन्दा trusted websites जैसे Google.com, Facebook.com में ही visit करते हो तो ये आपके लिए हो सकता है. लेकिन अगर आप google में search करके किसी भी website पर visit करते रहते हो तो आपके लिए अलग से कोई अच्छा antivirus लेना अनिवार्य है. आप Quick heal का total security ले सकते हो.

Use Strong Password

हम लोगों में एक बहुत common problem होती है की हम एक ही password को बहुत सारे sites में use करते हैं. जैसे की जो हमारे facebook account का password होता है उसी को हम google account में use कर लेते हैं.

ऐसा करना आगे चलकर आपके लिए बहुत खतरनाक हो सकता है. अगर कोई hacker किसी तरह से आपके किसी एक account का password जान जायेगा तो वो आपके सारे account को आसानी से hack कर लेगा. इन सब चीजों में सावधानी बरतें जबहि आप online secure रह पाएंगे. पासवर्ड में letter, number, and symbols का use करें और कम से कम 10 करैक्टर का use कारें.

Keep Your Software Updated

यह बहुत ज्यादा जरुरी है. आप कोई भी ऑपरेटिंग system use कर रहे हो उसके latest version को ही use करें और हमेशा updated रखें. Softwares को भी updated रखें. Crack software का उपयोग न ही करें तो बेहतर है. इसके अलावा unknown वेबसाइट से कोई भी सॉफ्टवेर डाउनलोड न करें.

Talk to Your Children About Internet

अगर आपका बच्चा या फिर आपका छोटा भाई इन्टरनेट का उपयोग कर रहा है तो उनपर आपको थोडा बहुत नज़र रखना चाहिए. उनके हिस्ट्री को हेमशा चेक करें. क्युकी इंटरनेट पर अच्छाई के साथ साथ बुराई भी बहुत ज्यादा है.

बच्चों को बताएं की इंटरनेट हमारे लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है, यदि हम उनका सही इस्तेमाल करना सीख गये. इंटरनेट पर कुछ बुरे websites भी होते हैं, ऐसे websites पर नही जाना चाहिए वरना इससे उनकी life बरबाद हो सकती है.

उन्हें बताएं की अगर कोई internet पार कोई harassment, stalking, या bullying करता है तो उनके बारे में आपके बेझिझक बात करें. ये लोग उन्हें कुछ नही कर सकते हैं, बस डराते हैं. ऐसी बातें बताएं ताकि आपके बच्चे दुसरे के बातों में डर कर कुछ गलत न कर बैठे.

Don’t Use Public Network

हमारे India में लोगों को इसके बारे में बताना बहुत ज्यादा जरुरी है. क्युकी हम ढूंढते रहते हैं की कहाँ हमें free का wifi मिल जाये और हम free internet use कर पाए. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप साइबर हमले का शिकार हो सकते हो.

कुछ networks को specially hackers के द्वारा बनाये जाते हैं. जिससे वो आपकी साड़ी निजी जानकारी चुरा सकता है. आप उनके wifi को connect करके इनेत्नेट का use करेंगे तो आपको पता भी नही चलेगा लेकिन आपकी साड़ी निजी जानकारी वो देख रहा होगा.

इस्ल्ये अगर आप किसी भी public place का internet use करते भी हैं तो trusted होना चाहिए. जब भी किसी unknown network का use करते हो तो VPN का use अवश्य करें.

यदि किसी Cyber Crime का शिकार हो गये तो क्या करें?

  1. यदि किसी company या फिर बैंक से कॉल या massage आता है और वो आपसे ATM Card No, OTP, CVV, Expiry Date जैसी निजी जानकारी मांगता है तो सबसे पहले अपने बैंक के customer care पर कॉल करके इन्फॉर्म कीजिये.
  2. Cyber Criminal के against साइबर क्राइम complaint file करें, इसके लिए आपको अपना नाम, contact details, और mailing address देना पर सकता है. इसके बाद आपको written complaint भी address करना होता है.
  3. अगर आप online harassment का शिकार हुए हैं तो आपको पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाना चाहिए. इसके लिए आपको अपना कुछ identity proof लेकर जाना होगा.
  4. यदि आपके शहर में कोई Cyber cell नही है तो आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर भी FIR कट सकते हो. अगर आपके complaint को स्वीकार नही किया गया तो तब आप commissioner या judicial magistrate के पास जा सकते हो.
  5. Zero FIR victims को बहुत आराम देता है. क्योकि इन cases में immidiate attention/investigation किया जाता है.
  6. सेक्शन 154 के अंतर्गत ये कंपल्सरी है की, Code of Criminal procedure में, किसी भी पुलिस ऑफिसर के लिए ये कंपल्सरी है की उन्हें विक्टिम के complaint को रजिस्टर करना होगा. चाहे वो किसी भी प्रकार का क्राइम क्यों न हो. कोई भी इसको रजिस्टर करने से माना नही कर सकता है.
  7. आप online https://cybercrime.gov.in/ में जाकर भी साइबर क्राइम के बारे में रिपोर्ट दर्ज कर सकते हो.
  8. अगर आपको साइबर क्राइम से सम्बन्धित किसी प्रकार की सहायता चाहिए तो आप 155260 पर कॉल कर सकते हो. ये कॉल 9AM से लेकर 6PM तक किया जाता है.
  9. अगर आपको अपने शहर की साइबर सेल के बारे में पता करना है तो गूगल में search करें “Cyber Cell (शहर का नाम)” यहाँ आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी. फिर आप वहाँ जाकर complain दर्ज कार सकते हो.
  10. यदि कोई आपके साइबर क्राइम करने की कोशिश करता है तो सबूत के तौर पर recording, screenshot, screen record भी कर सकते हो.

निष्कर्ष,

साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ते जा रहा है. हालाँकि, सरकार इसको रोकने का पूरा प्रयास कर रहा है लेकिन सबसे ज्यादा जरुरी है लोगों में जागरूकता है. जब तक लोग इसके बारे में ठीक से समझेंगे नही तो इसी प्रकार के घटनाओं का शिकार होते रहेगा.

लोग इसके बारे में जान लेने फिर उन्हें साइबर क्राइम से डरने की कोई जरुरत ही होगी. अगर आपको इससे सम्बन्धित और भी कोई प्रश्न पूछना है तो हमें comment में जरुर बताएं.

आशा करते हैं आपको समझ में आ गया होगा की साइबर क्राइम क्या है? इससे कैसे बचा जा जा सकता है? इस पोस्ट को अपने जानने वालों के साथ जरुर सांझा करें. क्युकी इसके बारे में हर एक mobile/internet user को पता होना जरुरी है.

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